म्यूचुअल फंड
अन्य विचार किया जाने वाला विकल्प म्यूचुअल फंड्स द्वारा लौंच की गई इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) है. यह लंबी अवधि के लक्ष्यों वाली सैलरीड महिलाओं के लिए अतिआवश्यक होती है. लंबी अवधि के लक्ष्य रिटायरमैंट, उन के बच्चों की शिक्षा या उन के बच्चों की शादी हो सकती है. पैसा बनाने के लिए, इक्विटी में पैसा डालना महत्त्वपूर्ण होता है और इस जरूरत को कुल क्व1.5 लाख में से विभिन्न ईएलएसएस स्कीमों में कम से कम क्व50 हजार इनवैस्ट करते हुए पूरा किया जा सकता है और साथ में इनवैस्ट करने का तरीका लमसम के बजाय सिस्टैमेटिक इनवैस्ट प्लान (एसआईपी) होना चाहिए.
तीसरे विकल्प के तौर पर सैलरीड महिलाओं को अलगअलग तरह के लाइफ इंश्योरैंस प्लान पर विचार करना अनिवार्य होता है, जो यूलिप, टर्म प्लान या ट्रैडिशनल प्लान अथवा पैंशन प्लान हो सकता है. चाहे नौकरी पैंशन वाली है या कोई भी, कवर इंप्लौयर द्वारा प्रदान किया गया है या नहीं, इन पहलुओं को ध्यान में रखते हुए उन्हें अपने परिवार या आश्रितों को सुरक्षा देने के लिए उचित प्लान चुनना चाहिए. यदि सैलरीड महिला का कोई आश्रित नहीं है और वह एक अकेली महिला की तरह जी रही है तो ऐसे मामले में लाइफ इंश्योरैंस अनावश्यक हो सकता है या इस की जरूरत नहीं हो सकती है. लेकिन ज्यादातर मामलों में ऊपर बताए गए इंश्योरैंस प्लांस की आवश्यकता होती है. इसीलिए हर सैलरीड महिला को अपने सभी भविष्य के लक्ष्यों की सूची बनानी चाहिए और उन लक्ष्यों तक पहुंचना, इन 3 कैटेगरीज में विभिन्न टैक्स सेविंग विकल्पों जो पीपीएफ, ईएलएसएस और इंश्योरैंस प्लांस हैं, के द्वारा सुनिश्चित करना चाहिए.
अब सैलरीड महिलाओं में से सैंट्रल गवर्नमैंट/केंद्र सरकार या स्टेट गवर्नमैंट/राज्य सरकार उपक्रमों में काम करने वाली महिलाओं का भी सैशन है. यहां ज्यादातर कर्मचारी पैंशन प्लांस के तहत कवर हैं, इसीलिए पैंशन प्लानिंग का खयाल रखा जाता है. इस के अलावा सरकार द्वारा सीजीएचएस प्लान के माध्यम से हैल्थ इंश्योरैंस के विस्तृत फायदे दिए जाते हैं और ईपीएफ भी होता है, जिन्हें सरकार के मामले में जीपीएफ कहा जाता है. केंद्र सरकार में काम करने वाली महिलाएं अपनी सैलरी स्तर के आधार पर ज्यादा पैसा बनाने के लिए इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) में ज्यादा इनवैस्ट कर सकती हैं. क्व1.5 लाख में से यदि प्रौविडैंट फंड्स में क्व30-40 हजार चले जाते हैं तो बाकी राशि को लंबी सीमा अवधि के साथ ईएलएसएस में इनवैस्ट किया जा सकता है. याद रखें कि टर्म प्लान महत्त्वपूर्ण है और कुल सम एश्योर्ड/बीमा राशियां इंश्योरैंस पौलिसी राशि आप की सालाना सैलरी से कम से कम 7 से 10 गुना होनी चाहिए. यदि वे क्व10 लाख सालाना कमाते हैं तो सैलरीड महिला का क्व1 करोड़ का कवरेज जरूर होना चाहिए. लेकिन यह केवल उन सैलरीड महिलाओं के लिए ही अतिआवश्यक है, जो परिवार की देखभाल करती हैं. उन महिलाओं के लिए यह इंश्योरैंस कवर शायद उपयुक्त न हो जो स्वतंत्र हैं, अकेली रहती हैं, अविवाहित हैं.